जंतु समूह का अर्थ
[ jentu semuh ]
जंतु समूह उदाहरण वाक्य
परिभाषा
संज्ञा- एक जगह पर उपस्थित या एक से अधिक मनुष्य, पशु आदि जो एक इकाई के रूप में माने जाएँ:"खेतों को पशुओं का समुदाय तहस-नहस कर रहा है"
पर्याय: समुदाय, समूह, झुंड, झुण्ड, बेड़ा, वृन्द, वृंद, खेढ़ा, दल, गुट, यूथ, फौज, फ़ौज, पलटन, गण, निकर, संघात, सङ्घात, गुट्ट, पल्टन, ग्रुप, जन्तु समूह, अवली, स्कंध, स्कन्ध, निकुरंब, निकुरम्ब, संभार, सम्भार, संकुल, सङ्कुल, घटा, झँडूला, जात
उदाहरण वाक्य
अधिक: आगे- हर प्रकार की जलवायु का जंतु समूह पृथक् पृथक् होता है।
- हर प्रकार की जलवायु का जंतु समूह पृथक् पृथक् होता है।
- गुजरात वास्तव में जंगली और दुर्लभ जंतु समूह की समृद्ध विविधता पर गर्व कर सकता है।
- हिमचीता , नीलभेड़ और कस्तूरी मृग जैसी लुप्तप्रायः प्रजातियाँ सिक्किम के प्रमुख जंतु समूह में सम्मिलित हैं।
- १९७३ में स्थापित शाहीचितवनराष्ट्रीयउद्यान अपने समृद्ध वनस्पति और जंतु समूह के साथ एक बेहतरीन वन्यजीव अनुभव प्रदान करता है।
- भूगर्भीय अन्वेषण से स्पष्ट होता है कि अधिकाश प्रारंभिक व मध्यकालिक पादप और जंतु समूह कुछ लाख साल तक धरती पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर विलुप्त हो गए।
- चर्चित चीनी यात्री ह्मवेन-सांग ने ईसा बाद ७वींशताब्दी के मध्य में राज्य का दौरा किया। इस राज्य का लगभग आधा ( ४४%) भाग वन्य है और वनस्पति और जंतु समूह का एक अद्वितीय सर्वदृश्य प्रस्तुत करता है।
- यह गुण जंतु समूह में केवल प्राइमेट गणों में , वस्तुओं की परीक्षण हेतु मुख के समुख लाने से, प्रारंभ हुआ तथा मनुष्य में उसका इतना अधिक विकास हुआ कि आज मनुष्य का हाथ एक अत्यंत संवेदनशील और सूक्ष्मग्राही यंत्र बन गया है।
- यह गुण जंतु समूह में केवल प्राइमेट गणों में , वस्तुओं की परीक्षण हेतु मुख के समुख लाने से, प्रारंभ हुआ तथा मनुष्य में उसका इतना अधिक विकास हुआ कि आज मनुष्य का हाथ एक अत्यंत संवेदनशील और सूक्ष्मग्राही यंत्र बन गया है।
- और फिर अन्य जंतुओं की भाँति मनुष्य के लिये भी यह प्रश्न साधारणतया पूछा जाने लगा कि - उसका विकास कब और किस जंतु अथवा जंतु समूह से हुआ ? इस प्रश्न का उत्तर भी डार्विन ने अपनी दूसरी पुस्तक “ डिसेंट ऑव मैन ” ( सन 1871 ) द्वारा देने की चेष्टा करते हुए बताया कि केवल वानर ( विशेषकर मानवाकार ) ही मनुष्य के पूर्वजों के समीप आ सकते हैं ।